Ch4-2. यीशु परमेश्वर है (प्रकाशितवाक्य ४:१-११)

Episode 19 December 08, 2022 00:07:56
Ch4-2. यीशु परमेश्वर है (प्रकाशितवाक्य ४:१-११)
प्रकाशितवाक्य की किताब पर टिप्पणी और उपदेश - क्या मसीह विरोधी, शहादत, रेप्चर और हजार साल के राज्य का समय नज़दीक है? ( I )
Ch4-2. यीशु परमेश्वर है (प्रकाशितवाक्य ४:१-११)

Dec 08 2022 | 00:07:56

/

Show Notes

प्रकाशितवाक्य 4 के वचन के द्वारा, हम यह पता लगा सकते हैं कि हमारा यीशु किस प्रकार का परमेश्वर है, और इस ज्ञान से हमारा विश्वास मजबूत होता है। जब वचन के माध्यम से प्राप्त ज्ञान विश्वास में बदल जाता है और हमारे दिलों में स्थापित हो जाता है, तो जब प्रभु की वापसी का समय निकट आता है और मसीह विरोधी उठ खडा होकर हमें धमकाता है हम प्रभु में दृढ़ विश्वास के साथ शैतान से लड़ सकते हैं और उस पर जय प्राप्त कर सकते हैं।
हम अब अपने विश्वास का पोषण कर रहे हैं ताकि हम बड़े क्लेश के पहले साढ़े तीन वर्षों की परीक्षाओं के लिए तैयारी कर सकें। यदि हम उस दिन इस पोषण के बिना सामना हैं, तो हम निश्चित रूप से अपना विश्वास खो देंगे। लेकिन यदि हम दृढ़ विश्वास तैयार करते हैं, तो हम साहसपूर्वक यह घोषणा कर सकते हैं किजिसने हमें बचाया वह परमेश्वर है, और हम उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर की संतान है जो शैतान से ऊपर है जिसका परमेश्वर के सामने कोई मुकाबला नहीं है।

 

https://www.bjnewlife.org/ 
https://youtube.com/@TheNewLifeMission 
https://www.facebook.com/shin.john.35 

Other Episodes

Episode 16

December 08, 2022 00:09:08
Episode Cover

Ch3-5. लौदीकिया की कलीसिया को पत्री (प्रकाशितवाक्य ३:१४-२२)

वचन १४: “लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिख : “जो आमीन और विश्‍वासयोग्य और सच्‍चा गवाह है, और परमेश्‍वर की सृष्‍टि का...

Listen

Episode 10

December 08, 2022 00:09:00
Episode Cover

Ch2-8. थुआतीरा की कलीसिया को पत्री (प्रकाशितवाक्य २:१८-२९)

वचन १८: “थुआतीरा की कलीसिया के दूत को यह लिख: “परमेश्‍वर का पुत्र जिसकी आँखें आग की ज्वाला के समान, और जिसके पाँव उत्तम...

Listen

Episode 4

December 08, 2022 00:53:36
Episode Cover

Ch2-2. ऐसा विश्वास जो शहादत को गले लगा सकता है (प्रकाशितवाक्य २:१-७)

हम में से अधिकांश लोगो के लिए, शहादत एक अपरिचित शब्द है, लेकिन जो एक गैर-मसीही संस्कृति में पले-बढ़े हैं, उनके लिए यह और...

Listen