वचन १: “इसके बाद मैं ने पृथ्वी के चारों कोनों पर चार स्वर्गदूत खड़े देखे। वे पृथ्वी की चारों हवाओं को थामे हुए थे ताकि पृथ्वी या समुद्र या किसी पेड़ पर हवा न चले।”
यह हमें दिखाता है कि क्लेशों की हवा चले या न चले, यह पूरी तरह से परमेश्वर की अनुमति पर निर्भर करता है। परमेश्वर ने फैसला किया है कि वह इस पृथ्वी पर बड़े क्लेश की अनुमति देने से पहले इस्राएल के गोत्रों से १,४४,००० को बचाएगा और उन्हें अपनी प्रजा बनाएगा।
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वचन १: “यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य, जो उसे परमेश्वर ने इसलिये दिया कि अपने दासों को वे बातें, जिनका शीघ्र होना अवश्य है, दिखाए;...
प्रकाशितवाक्य 4 के वचन के द्वारा, हम यह पता लगा सकते हैं कि हमारा यीशु किस प्रकार का परमेश्वर है, और इस ज्ञान से...
वचन १४: “लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिख : “जो आमीन और विश्वासयोग्य और सच्चा गवाह है, और परमेश्वर की सृष्टि का...